गिरिडीह. डीसी रामनिवास यादव ने शुक्रवार को अपने कार्यालय प्रकोष्ठ में भू-अर्जन से संबंधित कार्यों की समीक्षा की. इस दौरान डीसी ने गिरिडीह जिला अंतर्गत चल रहे व लंबित भू-अर्जन से संबंधित कार्यों की बिंदुवार समीक्षा करते हुए संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि भू-अर्जन से संबंधित कार्यों को किसी भी सूरत में लंबित न होने दें. साथ ही ऐसे कार्य में जो भी समस्याएं आ रही है, उनका निराकरण संबंधित विभाग के अधिकारियों के साथ आपसी समन्वय स्थापित करते हुए करें. इसके अलावे डीसी ने विभिन्न विकास कार्यों से जुड़े योजनाओं की समीक्षा करते हुए भू-हस्तांतरण, भू-अधिग्रहण, वन विभाग से अनापति प्रमाण पत्र एवं योजनाओं से जुड़े क्लियरेंस लेने में हो रही देरी पर संबंधित विभागों के अधिकारियों व कार्यपालक अभियंताओं को आपसी समन्वय के साथ कार्य करने का निर्देश दिया ताकि योजनाओं के लिए स्थल चिन्हित करने अथवा कार्य में देरी न हो व तय समयानुसार योजनाओं को गुणवत्तापूर्ण तरीके से पूर्ण किया जा सके. डीसी ने एनएचएआई, राष्ट्रीय उच्च पथ, पथ निर्माण विभाग, भवन प्रमंडल, पथ निर्माण विभाग, आरओबी निर्माण आदि द्वारा किये जा रहे विभिन्न कार्यों की बिन्दुवार समीक्षा करते हुए भू-अर्जन के कार्यों को गति देने का निर्देश दिया. साथ ही भू-अर्जन, भू-हस्तांतरण व मुआवजे से जुड़े कार्यों को तय समय अनुसार पूर्ण करने का निदेश संबंधित विभाग के अधिकारी को दिया. डीसी ने भवनों के मूल्यांकन से जुड़े कार्यों को जल्द से जल्द पूरा करने का निर्देश संबंधित विभाग के कार्यपालक अभियंता को दिया. समीक्षा बैठक के दौरान डीसी ने म्यूटेशन, दाखिल खारिज के अलावा अन्य कार्यों का निराकरण करने का निर्देश दिया. साथ ही सभी प्रखंडों के अंचलाधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि जमीन का म्यूटेशन दाखिल-खारिज, लगान रसीद से संबंधित कार्यों का ससमय निष्पादन करने का निर्देश सभी अंचलों के अंचलाधिकारियों को दिया.
