गिरिडीह: भारतीय स्टेट बैंक (SBI) क्षेत्रीय व्यावसायिक कार्यालय गिरिडीह द्वारा ग्राहकों को डिजिटल ठगी और साइबर फ्रॉड के विभिन्न पहलुओं से जागरूक करने के उद्देश्य से स्थानीय झंडा मैदान में एक नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया। इस नाटक में कार्यालय के कर्मचारियों – आदित्य, बादल, आसिफ, सुरेश्वरी, तनुश्री, आकाश और सिद्धेश ने अपने बेहतरीन अभिनय के माध्यम से डिजिटल ठगी, डिजिटल अरेस्ट, और सायबर ठगी के नए-नए तरीकों को दर्शकों के सामने पेश किया और इससे बचने के उपाय बताए।
क्षेत्रीय प्रबंधक ने किया सतर्क: क्षेत्रीय प्रबंधक मनीष कुमार सिन्हा ने इस पहल के बारे में बात करते हुए कहा कि इस नुक्कड़ नाटक का मुख्य उद्देश्य वर्तमान परिवेश में लगातार बढ़ रहे बैंकिंग फ्रॉड से जनता को सतर्क करना है। उन्होंने विशेष रूप से इस बात पर जोर दिया कि सायबर ठगों से किसी भी परिस्थिति में डरने के बजाय ग्राहकों को धैर्यपूर्वक अपने नजदीकी शाखा से संपर्क कर घटना की जानकारी देनी चाहिए। ऐसा करने से वित्तीय ठगी का शिकार होने से काफी हद तक बचा जा सकता है। श्री सिन्हा ने ग्राहकों को आश्वस्त किया कि स्टेट बैंक की सभी शाखाएं उनकी मेहनत की जमा पूंजी की रक्षा के लिए सदैव तत्पर हैं। उन्होंने ग्राहकों से अपील की कि वे अपने कार्ड और इंटरनेट बैंकिंग की गोपनीय जानकारी किसी से भी साझा न करें। उनके अनुसार, डिजिटल फ्रॉड से घबराने के बजाय उसके विरुद्ध जागरूकता आवश्यक है।
योनो ऐप की उपयोगिता पर जोर: क्षेत्रीय प्रबंधक ने स्टेट बैंक के इंटरनेट बैंकिंग एप एसबीआई योनो के विभिन्न फायदों की जानकारी भी दी। उन्होंने कहा कि योनो एप वित्तीय लेनदेन को सुगम बनाता है, साथ ही ग्राहक इसके जरिये अपनी समस्या और वित्तीय धोखे की जानकारी भी रिपोर्ट कर सकते हैं। उन्होंने इसे ग्राहकों की बहुउद्देश्यीय आवश्यकताओं को पूर्ण करने में सक्षम और सुरक्षित एप बताया। इस अवसर पर कार्यालय के अन्य अधिकारी रवि शास्त्री और संतोष शर्मा भी मौजूद थे जिन्होंने ग्राहकों को वित्तीय ठगी से बचने और ऐसी स्थिति से निपटने के उपायों से अवगत कराया।
