बम और फायरिंग से दहशत फैलाने के बाद विदेश जाकर अय्याशी कर रहा है बुग्गू केजीएफ ग्रुप का किंग राजा खोरा

क्राइम गिरिडीह
  • ग्रुप के सदस्यों के द्वारा दी जा रही है पुलिस की हर गतिविधियों की जानकारी

गिरिडीह. गिरिडीह जिले में इन दिनों युवा वर्ग में अगर किसी नाम की चर्चा हो रही है तो वो नाम सिर्फ बुग्गू केजीएफ ग्रुप की है. हर चौक-चौराहों पर बुग्गू केजीएफ ग्रुप के मास्टरमाइंड राजा खोरा और इस ग्रुप से जुड़े युवकों की बाते हो रही. ऐसा इसलिए क्योंकि हाल के दिनों में जिस तरह से बुग्गू केजीएफ ग्रुप के मास्टरमाइंड राजा खोरा ओर उसके गैंग के सदस्यों के द्वारा जिस प्रकार से जमुआ के कारोडीह – धरचांची में जमीन विवाद को लेकर न सिर्फ कई राउंड बीच सड़क पर फायरिंग की गयी, बल्कि पेट्रोल बम तक फोड़े गए. इस घटना के बाद पूरे जिले में दहशत का माहौल है और यही दहशत फैलाने के उद्देश्य से राजा खोरा ने इस बुग्गू केजीएफ ग्रुप को बनाया है.

  • धरचांची की घटना के बाद विदेश में मस्ती कर रहा है राजा खोरा

जमीन विवाद को लेकर हुई बमबाजी और फायरिंग की घटना के बाद जब पुलिस ने कड़ा एक्शन लेना शुरु किया तो एक-एक कर बुग्गू केजीएफ ग्रुप से जुड़े अधिकांश लड़के गिरिडीह से बाहर निकलकर अपना ठिकाना बदलने लगे. खासकर राजा खोरा. क्योंकि राजा खोरा ही इस पूरे प्रकरण का मास्टरमाइंड है. इसलिए पुलिस की टीम के द्वारा लगातार राजा खोरा के घर पर धावा देने लगी. इसके बाद राजा खोरा भी गिरिडीह से भागकर कई दिनों तक धनबाद में छिपा रहा. हालांकि जब पुलिस की टीम धनबाद के उन संभावित ठिकानों में भी छापेमारी करनी शुरु की तो अब राजा खोरा धनबाद से सीधे विदेश भाग गया है.

  • बुग्गू केजीएफ ग्रुप में जुड़े हैं 50 से अधिक युवक, 20 से अधिक के पास है हथियार

पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार राजा खोरा ने जिस बुग्गू केजीएफ ग्रुप को बनाया है, उसमें करीब 50 से अधिक युवक जुड़े हुए हैं. इनमें करीब 20 से 25 लड़कों के पास कई प्रकार के हथियार मौजूद है. इन हथियारों का इस्तेमाल बाजबरन किसी की जमीन पर कब्जा करने, जमीन पर जाकर दहशत फैलाने समेत अलग-अलग प्रकार के विवादित कामों में पहुंचकर रंगदारी और अवैध रुप से धन की उगाही के लिए बनाया गया है. इस गिरोह का मास्टरमाइंड राजा खोरा काले रंग के स्कार्पियो वाहन से चलता था. हालांकि राजा खोरा की उस गाड़ी को पुलिस ने जब्त कर लिया है.

  • विशाल मंडल भी है झारखण्ड से बाहर

इधर इस घटना में शामिल दूसरे पक्ष का विशाल मंडल भी इस घटना के बाद झारखण्ड से बाहर भाग गया है. कुछ दिनों तक विशाल मंडल बंगाल के इलाके में छिपा रहा. लेकिन जब पुलिस की दबिश बढ़ने लगी तो वह बंगाल से भी बाहर भाग गया. हालांकि विशाल मंडल के घर पर पुलिस की टीम लगातार छापेमारी करने पहुंच रही है.

  • पुलिस की स्पेशल टीम कर रही है लगातार छापेमारी

पिछले एक सप्ताह से अधिक समय से गिरिडीह के एसपी डॉ. बिमल कुमार के निर्देश पर पुलिस की एक स्पेशल टीम लगातार उन संभावित ठिकानों में छापेमारी कर रही है जिन इलाकों में इस घटना से जुड़े लोगों के रहने की सूचना पुलिस को मिल रही है. पुलिस का कहना है कि बहुत जल्द सभी अभियुक्त पुलिस के गिरफ्त में होंगे.

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