धनबाद समेत पूरे उत्तर-पूर्व भारत में सर्दियां अपने पूरे तेवर में हैं. दिन में भी कंपकंपी लग रही है. राम तो ठंड मानो जमा देनेवाली हो गई है. ऐसे में धनबाद से चलनेवाली कई ट्रेनों की जनरल और स्लीपर बोगियों की पूरी तरह बंद नहीं होनेवाली खिड़कियां यात्रा को यातना बना देती हैं. न्यूज फायर की टीम ने शनिवार की रात धनबाद से खुलने वाली गंगा-दामोदर एक्सप्रेस का जायजा लिया.6 स्लीपर बोगियों में 23 खिड़कियां ऐसी मिली, जिनमें शीशे वाले स्लाइडर ठीक से बंद नहीं हुए. खींचकर सिटकनी लगा देने के बावजूद एक तरफ से उठ जा रहे थे. वहीं, 5 जनरल कोचों में भी 34 खिड़कियाें में शीशे के स्लाइडर थोड़े उपर उठे मिले. वे या तो नीचे तक दबे ही नहीं या फिर दबाने के बावजूद उठ गए. ऐसी खिड़कियाें के पास बैठे तो यात्री यह सोचकर परेशान ह कि पटना तक की पूरी रात की यात्रा कैसे पूरी होगी. सबसे ज्यादा परेशान गरीब व बुजुर्ग यात्री और छोटे बच्चों के अभिभावक नजर आए.
