गिरिडीह : गिरिडीह जिला चैंबर ऑफ कॉमर्स का एक प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को विद्युत विभाग के अधीक्षण अभियंता, शहरी क्षेत्र के सहायक अभियंता, कनीय अभियंता एवं स्मार्ट मीटर स्थापित करने वाली एजेंसी के प्रतिनिधि अभिषेक कुमार के साथ एक अहम बैठक की. बैठक की शुरुआत स्मार्ट मीटर से संबंधित विषयों से हुई, जिसमें यह स्पष्ट किया गया कि उपभोक्ताओं के घरों के बाहर मीटर लगाना अनिवार्य नहीं है, मीटर घर के भीतर प्रवेश द्वार के समीपतम स्थान पर लगाया जा सकता है. मीटर लगाने की जिम्मेदारी लेने वाली एजेंसी आगामी 10 वर्षों तक उसकी देखरेख करेगी, और यदि कोई तकनीकी गड़बड़ी होती है तो नि: शुल्क बदलने की व्यवस्था भी की जाएगी.
रीडिंग की सटीकता पर परीक्षण
उपभोक्ताओं की शंकाओं को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया कि चैंबर के दो सदस्यों के घर या प्रतिष्ठान में स्मार्ट मीटर को मौजूदा मीटर के समानांतर स्थापित किया जाएगा, ताकि न्यूनतम सात दिनों तक दोनों की रीडिंग की तुलना की जा सके। इसके उपरांत ही चैंबर यह आह्वान करेगा कि आम जनता को स्मार्ट मीटर लगवाना चाहिए या नहीं।
स्मार्ट मीटर की विशेषताएँ
यह जानकारी दी गई कि स्मार्ट मीटर नेटवर्क के माध्यम से स्वत: हर माह की रीडिंग भेजेगा, जिससे बिना बाधा के बिल जारी किया जा सकेगा। भविष्य में इन्हें प्रीपेड मीटर के रूप में परिवर्तित करना भी संभव होगा।
बिल वितरण में देरी एवं सरकारी योजनाओं पर असर
चेंबर ने बिजली बिलों के वितरण में हो रही देरी पर चिंता व्यक्त की और कहा कि इससे राज्य सरकार की 200 यूनिट तक की निःशुल्क बिजली देने की योजना प्रभावित हो सकती है, विशेषकर तब जब कई माहों का बिल एक साथ जारी होता है।
फॉल्ट और AB स्विच की मांग
चेंबर ने यह मांग दोहराई कि प्रत्येक ट्रांसफार्मर पर AB स्विच लगाया जाए ताकि किसी फॉल्ट की स्थिति में केवल संबंधित क्षेत्र की आपूर्ति रोकी जाए। विभाग ने आश्वासन दिया कि अगले माह तक चार-पाँच ट्रांसफार्मरों के समूहों पर यह व्यवस्था लागू कर दी जाएगी।
विद्युत अवरोध एवं लो वोल्टेज की समस्या
हाल के वर्षों में हुए भारी खर्च के बावजूद बिजली आपूर्ति में हो रही बाधाओं और लो वोल्टेज की समस्या पर भी चर्चा हुई। विभागीय अधिकारियों ने बताया कि जसीडीह ग्रिड से आ रही कम वोल्टेज वाली आपूर्ति इसका कारण है, जिसका समाधान अगले सप्ताह के भीतर कर लिया जाएगा।
प्रतिनिधिमंडल में शामिल सदस्य –
बैठक में चेंबर अध्यक्ष श्री निर्मल झुनझुनवाला, महासचिव श्री प्रमोद कुमार, कोषाध्यक्ष श्री विकास खेतान, कार्यकारिणी सदस्य श्री संजय भूदौलिया, श्री निर्मल कुमार, श्री प्रशांत बगड़िया एवं श्री विकास बसईवाला सम्मिलित थे।
चेंबर की पहल की सराहना –
बैठक के अंत में अधीक्षण अभियंता महोदय ने आग्रह किया कि चेंबर समय-समय पर ऐसे संवाद करते रहे ताकि गिरिडीह में विद्युत आपूर्ति की स्थिति को बेहतर बनाया जा सके।