गिरिडीह. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ गिरिडीह नगर इकाई द्वारा गुरुवार को विजयादशमी उत्सव सह पथ संचलन कार्यक्रम किया गया। पथ संचलन सरस्वती शिशु विद्या मंदिर बरगंडा से प्रारंभ होकर नगर के प्रमुख मार्गो से होते हुए श्याम मंदिर में पहुंचा। घोष वादन के साथ स्वयंसेवक पूर्ण गणवेश में संचलन गीत गाते हुए कदम से कदम मिलाकर चल रहे थे।मार्ग में विभिन्न स्थानों पर स्वयंसेवकों के ऊपर पुष्प वृष्टि की गई। विजयादशमी उत्सव पर प्रयाग जी सह जिला कार्यवाह, मुकेश रंजन सिंह प्रांत सेवा प्रमुख, विजय जैन नगर संघ चालक, नलिन कुमार, ब्रजनंदन प्रसाद एवं अर्जुन मिष्टकर ने संयुक्त रूप से मां दुर्गा के समक्ष दीप जलाकर शस्त्र पूजन किया। स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए प्रयाग जी ने कहा कि भारत प्रारंभ से ही विश्व गुरु रहा है। संघ की नित्य शाखा से व्यक्ति निर्माण होता है व्यक्ति से समाज और समाज से स्वच्छ राष्ट्र का निर्माण होता है। देश पर जब-जब संकट आया है स्वयंसेवकों ने बढ़-चढ़कर समाज सेवा की है। संघ वर्ष में 6 उत्सव मनाते आ रहा है जिसमें शारदीय नवरात्र में मां आदिशक्ति का आह्वान और शस्त्र पूजन किया जाता है जो शक्ति की अधिष्ठात्री मानी जाती है। संघ का उद्देश्य भारतवर्ष को पुनः परम वैभव पर ले जाना है। 27 सितंबर 1925 विजयादशमी को संघ की स्थापना डॉ केशव बलिराम हेडगेवार ने नागपुर में की थी। संघ इस वर्ष विजयादशमी को अपनी स्थापना का 100 वर्ष पूर्ण करने जा रहा है। कहा कि संघ शताब्दी वर्ष पर पंच परिवर्तन की थीम पर पांच प्रमुख क्षेत्र पर्यावरण संरक्षण, सामाजिक समरसता, आत्मनिर्भरता, परिवार सशक्तिकरण और नागरिक उत्तरदायित्व पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। यह आयोजन समाज के हर वर्ग को जोड़ने और राष्ट्र निर्माण में योगदान देने का प्रयास होगा। अंत में स्वयंसेवकों ने संघ प्रार्थना की। उत्सव में नगर कार्यवाह सोनू गुप्ता,सतीश्वर प्रसाद सिन्हा, अजय कृष्ण मुरारी, प्रो विनीता कुमारी, पूनम बरनवाल, संतोष खत्री, संजीव शर्मा, राजेश शर्मा, सोमनाथ शर्मा, रंजीत राय, संदीप डंगायच, विनोद केसरी एवं काफी संख्या में स्वयंसेवक उपस्थित थे।
