गिरिडीह. मंगलवार की रात करीब 9 बजे तेलोडीह पंचायत के कई गांवों में दर्जनों जंगली हाथियों ने अचानक घुसकर भारी उत्पात मचाया. गांधी मैदान की ओर से पंचायत सचिवालय से गुजरते हुए खुट्टा मस्जिद के बगल वाली गली होते हुए हाथियों का झुंड बाउंड्री वाल तोड़ते, फसलों को रौंदते आगे बढ़ता रहा. माहौल पूरी तरह अफरा-तफरी में बदल गया था. लेकिन इस संकट की घड़ी में पंचायत के मुखिया शब्बीर आलम ने पूरी संवेदनशीलता और तत्परता के साथ कमान संभाली. हाथियों की एंट्री की सूचना मिलते ही वे तुरंत अलर्ट मोड में आए और बिना देर किए सभी मोहल्लों की मस्जिदों में घोषणा कर ग्रामीणों को सतर्क रहने का एलान करवाया गया. रात का समय होने के बावजूद उन्होंने खुद मौके पर रहकर लगातार स्थिति पर नज़र बनाए रखी. इसी बीच ग्रामीणों की सूझबूझ और मुखिया शब्बीर आलम की सक्रिय निगरानी में जंगली हाथियों को सुरक्षित खेत की ओर खदेड़कर गांव से बाहर निकाला गया. वन विभाग की टीम भी रात के अंधेरों में हाथियों को सुरक्षित दिशा में ले जाने में जुटी रही. स्थिति सामान्य होने के बाद भी मुखिया शब्बीर आलम ने गांव में घूमकर टूटे बाउंड्री वाल, बर्बाद फसलों और नुकसान का खुद मौके पर जाकर जायजा लिया. उन्होंने तत्काल संबंधित विभाग से मांग किया कि कृषि और संपत्ति नुकसान का आधिकारिक सर्वे कर ग्रामीणों को उचित मुआवजा दिया जाये ताकि कोई भी परिवार संकट में न पड़े.
