रांची. 1980 के दशक की सुपरहिट हिंदी फिल्म नदिया के पार में ‘गुंजा’ का अमर किरदार निभाने वाली अभिनेत्री साधना सिंह शुक्रवार को झारखंड की राजधानी रांची पहुंचीं. बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर उनके प्रशंसकों ने गाजे-बाजे, फूल-मालाओं और नारों के साथ उनका भव्य स्वागत किया. उनकी एक झलक पाने और सेल्फी लेने को लेकर प्रशंसकों में खासा उत्साह देखने को मिला, जिससे एयरपोर्ट परिसर में कुछ देर के लिए उत्सव जैसा माहौल बन गया. अभिनेत्री साधना सिंह रांची में स्टोरी लाइन इंडिया द्वारा आयोजित रत्नश्री पुरस्कार समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करने पहुंची हैं. एयरपोर्ट पर मीडिया से बातचीत में उन्होंने झारखंड से अपने आत्मीय जुड़ाव का जिक्र करते हुए कहा कि झारखंड मुझे घर जैसा लगता है, यहां का स्नेह और अपनापन हमेशा याद रहता है. ‘नदिया के पार’ में अपने लोकप्रिय किरदार को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने मुस्कराते हुए कहा कि लोग आज भी उन्हें ‘गुंजा’ के नाम से पहचानते हैं. उन्होंने कहा, “मैं तो आज भी गूंजा ही रह गई हूं, लोग साधना सिंह के नाम से कम जानते हैं.” यदि आज के दौर में ‘नदिया के पार’ जैसी फिल्म बने, तो उसमें अभिनेत्री के रूप में अपनी बेटी को देखने की इच्छा भी उन्होंने जताई. समकालीन सिनेमा पर बात करते हुए उन्होंने अभिनेत्री आलिया भट्ट की प्रशंसा की और कहा कि सोशल मीडिया के दौर में मीडिया और दर्शकों की भूमिका और भी सशक्त हो गई है. फिल्म के लोकप्रिय दृश्यों और संवादों पर उन्होंने कहा कि ‘नदिया के पार’ का हर सीन और डायलॉग लोगों के दिलों में बस गया है. बातचीत के अंत में उन्होंने फिल्म का मशहूर संवाद दोहराया और दर्शकों को अभिवादन करते हुए होटल के लिए रवाना हो गईं. इस मौके पर स्टोरी लाइन इंडिया की फाउंडर साधना झा ने बताया कि संस्था हर वर्ष समाज के विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली प्रतिभाओं को सम्मानित करती है. इस वर्ष कला, संस्कृति, फैशन डिजाइन सहित अन्य क्षेत्रों की 40 प्रतिभाओं को रत्नश्री पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा. कार्यक्रम में आशुतोष द्विवेदी सहित कई गणमान्य लोग मौजूद थे.
