गिरिडीह. भगवान बिरसा मुंडा के 150वें जन्म दिवस और झारखंड स्थापना दिवस की रजत जयंती पर डीसी सह जिला दंडाधिकारी रामनिवास यादव एवं पुलिस अधीक्षक ने बिरसा मुंडा चौक, सिरसिया में भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माला पहनाकर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की. इस अवसर पर डीसी ने कहा कि आज का यह दिन हम सभी झारखंडवासियों के लिए अत्यंत गर्व और उत्साह का दिन है कि आज झारखंड अपने 25 वर्ष के युवा सफ़र में प्रवेश कर चुका है और आज ही भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती मनाई जा रही है. झारखंड की यह धरती न केवल खनिज संपदा से समृद्ध है, बल्कि अपनी जीवंत लोक संस्कृति, लोक परंपरा, गीत-संगीत और नृत्य के माध्यम से विश्व पटल पर अपनी विशिष्ट पहचान रखती है. एक ऐसा सफ़र जिसमें संघर्ष, अस्मिता, संस्कृति और विकास की कहानियां समाई है. डीसी ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा का जीवन संघर्ष और स्वतंत्रता की गाथा है. उनका साहस और योगदान अविस्मरणीय है. उन्होंने देश की स्वतंत्रता एवं समाज के अधिकारों की रक्षा हेतु जो बलिदान दिया है, उसे देश सदियों तक याद रखेगा। उनकी कुशल नेतृत्व क्षमता और अदम्य साहस का ही आज परिणाम है कि हम अपनी माटी, संस्कृति और धरोहर को संरक्षित रखे हुए हैं. उन्होंने ऐतिहासिक उलगुलान का नेतृत्व किया एवं अपने अधिकारों के संरक्षण के लिए दृढ़ संकल्पित रहे. बहुमुखी प्रतिभा के धनी भगवान बिरसा मुंडा का जीवन हम सभी के लिए प्रेरणास्रोत है. हम सभी को उनके आदर्शों, मूल्यों एवं विचारों को आत्मसाथ करना चाहिए. इस अवसर पर जिला नजारत उप समाहर्ता, प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी गिरिडीह सहित अन्य पदाधिकारीगण एवं कर्मियों ने भी भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की.
